पारुल पाण्डेय | Navpravah.com
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा पर हैं। 21 फरवरी को दी गई डिनर पार्टी के बाद से वह विवादों के घेरे में आ गए हैं। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस डिनर पार्टी पर सवाल उठाए हैं, जिसमे कनाडाई नेता ट्रूडो ने जसपाल अटवाल से मुलाकात की।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कनाडा के खालिस्तान नीति पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक निजी समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा है कि हमारी बेबकूफी थी कि हमले बैकग्राउंड चेक नहीं किया और कनाडा कहता है कि खालिस्तानियों का समर्थन नहीं करता है, तो उन्होंने जसपाल अटवाल को कैसे डिनर पार्टी में आने के लिए न्यौता भेजा।
यह है पूरा मामला-
भारत के दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी ट्रूडो ने जिस जसपाल अटवाल से मुलाकात की थी, उसे खालिस्तान समर्थक आतंकवादी बताया जा रहा है। एक निजी समाचार एजेंसी के अनुसार, कनाडा के पीएम की पत्नी की कथित आतंकवादी के साथ कई तस्वीरें भी सामने आई हैं। यह तस्वीर मुंबई में 20 फरवरी को हुए एक कार्यक्रम की बताई जा रही है। इसके अलावा कनाडा के पीएम की ओर से खालिस्तान समर्थक आतंकवादी जसपाल अटवाल को औपचारिक डिनर के लिए भी निमंत्रण पत्र भेजा गया था, जो कि अब रद्द कर दिया गया है।
खालिस्तान आतंकवादी जसपाल अटवाल प्रतिबंधित भारतीय सिख युवा संघ में सक्रिय था। जसपाल अटवाल को 1986 वैंकूवर द्वीप पर पंजाब के मंत्री, मल्लिकात सिंह सिद्धू की हत्या के प्रयास में दोषी ठहराया गया था, जिन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर सिंधु की कार पर हमला किया और गोली मार दी थी।
भारत के दौरे पर भारत आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बुधवार को परिवार सहित अमृतसर पहुंचे थे। जस्टिन ट्रूडो ने परिवार सहित स्वर्ण मंदिर जाकर मत्था टेका। इसके बाद उन्होंने पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह से मुलाकात भी की थी। दोनों के बीच खालिस्तान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने जस्टिन ट्रूडो के सामने खालिस्तान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मैंने खालिस्तान के मुद्दे को उठाया क्योंकि यह एक प्रमुख मुद्दा है। कनाडा समेत बहुत सारे देशों से पैसे आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि ट्रूडो ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले पर विचार करेंगे।