कोमल झा | Navpravah.com
माल्टा में एक दर्दनाक हादसे में पनामा पेपर्स का खुलासा करने वाली खोजी पत्रकार डैफनी की गाड़ी में बम फटा और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह अपने घर से निकली थी और नॉर्थ माल्टा की ओर जा रही थी, तभी कार में धमाका हुआ। उन्होंने लीक हुए पनामा पेपर्स के जरिए चोरी के लिए दूसरे देशों में पनाहगाहों से द्वीपीय देश के संबंधों का खुलासा किया था।
गलिजिया एक स्वतंत्र ब्लॉग चलाती थी, जिसके जरिए वह भ्रष्टाचार के कई मामलों का खुलासा कर चुकी थीं। डैफनी को लेडी विकिलिक्स भी कहा जाता था। दुनिया भर को हिला देने वाले पनामा पेपर लीक्स मामले का खुलासे में मुख्य भूमिका निभाने वाली पत्रकार डैफनी कैरुआना गलिजिया की मंगलवार को कार बम ब्लास्ट में मौत हो गई है। डेफनी की मौत के बाद पीएम मस्कट ने कहा कि ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है।
सूत्रों के मुताबिक, कि डेफ्ने ने दो सप्ताह पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। मौत से कुछ समय पहले ही उन्होंने अपने ब्लॉग पर लिखा था कि यहां हर जगह बदमाश हैं, स्थिति बेताब है. डैफनी की मौत के बाद करीब 3000 लोगों ने कैंडल मार्च भी निकाला। साल 2016 की शुरुआत में अमेरिका स्थित एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के संघ ICIJ ने एक बड़ा खुलासा किया था। इसमें बताया गया कि कई देश टैक्स हेवेन बने हुए हैं और तमाम देशों के राजनेता और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां यहां पैसा निवेश कर टैक्स बचा रही हैं। इस खुलासों में ढेरों फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों के अलावा दुनिया भर के करीब 140 राजनेताओं, अरबपतियों की छिपी संपत्ति का भी खुलासा हुआ था। खुलासा करने वाले पत्रकारों के समूह में डैफनी अगुवा पत्रकार रही थीं।
इन खुलासों में आइसलैंड, यूक्रेन के राष्ट्रपति, सऊदी अरब के शाह और डेविड कैमरन के पिता का नाम प्रमुख था. इनके अलावा लिस्ट में व्लादिमीर पुतिन के करीबियों, अभिनेता जैकी चैन और फुटबॉलर लियोनेल मेसी का नाम भी था। पनामा पेपर लीक के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने पद स्तीफा देना पड़ा था।