अनुज हनुमत । Navpravah.com
नई दिल्ली।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रम्प से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली मुलाकात को लेकर सभी को बेसब्री से इन्तजार था। इसी इन्तजार को खत्म करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका सहित तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा पर आज रवाना हो गए हैं। इस यात्रा को भारत के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो भारत, अमेरिका से पाकिस्तान पर आतंकवाद रोकने के लिए दबाव बनाने की बात कहेगा।
पीएम मोदी आज पुर्तगाल में-
पीएम मोदी पुर्तगाल के लिस्बन में प्रधानमंत्री अंतोनियो कोस्टा से मिलेंगे। कोस्टा के साथ अपनी बैठक में मोदी हाल में हुई दोनों के बीच चर्चा के आधार पर विभिन्न संयुक्त कदमों और फैसलों की समीक्षा करेंगे। फ़िलहाल दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने, विशेष रूप से आर्थिक सहयोग, विज्ञान एवं तकनीक, अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग और लोगों के बीच आपसी संबंधों को और बेहतर बनाने पर चर्चा करेंगे।
आतंकवाद-निरोध और परस्पर हितों के अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी द्विपक्षीय सहयोग को गहन बनाने के तरीकों पर विचार करेंगे। मोदी पुर्तगाल में भी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद करेंगे। मोदी पुर्तगाल में देश के महत्पूर्ण सीईओ से मिलेंगे।
अपनी यात्रा के दूसरे दिन वह 25 एवं 26 जून को अमेरिका की यात्रा पर रहेंगें। जहाँ प्रधानमंत्री मोदी 26 जून को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। वह ट्रंप के साथ आतंकवाद, एच-1बी वीजा नियमों में संभावित बदलावों को लेकर भारतीय चिंताओं समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। मोदी और ट्रंप के बीच रक्षा संबंधों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने और आथर्कि संबंधों को मजबूत करने पर मुख्य जोर होगा। दोनों नेताओं की यह पहली बैठक होगी। मोदी अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के सीईओ और कारोबारी प्रतिनिधियों से 25 जून को मुलाकात करेंगे। उस दौरान व्यापार और निवेश पर चर्चा होगी।
पीएम मोदी 27 जून को नीदरलैंड में रहेंगे, जहां उनकी प्रधानमंत्री मार्क रुट्टे और राजा विलेम एक्लेस्जेंडर और रानी मैक्सिमा से औपचारिक भेंट होगी। भारत और नीदरलैण्ड दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। कुलमिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा भारत की विदेश नीति को लेकर अहम मानी जा रही है, लेकिन विपक्ष का कहना है कि हमारे प्रधानमंत्री साहब को अब घूमने की आदत बन गई जिसे रोकना मुश्किल।