राजेश सोनी | Navpravah.com
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सेना प्रमुख अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। इस बार उन्होंने कहा कि आतंकी हाफिज सईद के संगठन से जुड़े आतंकी सबसे बड़े भक्त हैं। आगे उन्होंने कहा कि मैं इन लश्कर आतंकियों का सबसे बड़ा समर्थक हूँ।
बता दें कि शनिवार को मुशर्रफ ने कहा कि मैं आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उल-दवा से गठबंधन करने को तैयार हूँ। मुशर्रफ इससे पहले अपने आप को इन आतंकी संगठनों का सबसे बड़ा समर्थक बता चुके हैं और इनको वे आतंकी नहीं मानते हैं। उन्होंने इन संगठनों से जुड़े हुए सभी आतंकियों को सबसे बड़ा देश भक्त करार दिया है।
मुशर्रफ ने पाकिस्तान के एक निजी न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े लोगों ने अपना जीवन पाकिस्तान के लिए समर्पित कर दिया है। अगर यह राजनीतिक दल बनाना चाहते हैं, तो इन्हें कौन रोक सकता है। मुशर्रफ ने आगे अपने खतरनाक मंसूबों को दुनिया के सामने बताते हुए कहा कि वे कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन करते हैं। आगे भी मुशर्रफ ने आतंकी संगठन लश्क-ए-तैयबा की तारीफ की चालीसा जारी रखी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की राजनीति में मुशर्रफ़ अपनी जमीन पूरी तरह से खो चुके हैं। यही कारण है कि मुशर्रफ पाकिस्तान में आतंकी हाफिज की बढ़ती ताकत का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ ही दिन पहले हाफिज ने पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की बात कही थी और किसी चतुर राजनेता की तरह मुशर्रफ ने पाकिस्तान में अपने खोई हुई राजनीतिक जमीन पाने का अवसर भांप लिया।