एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
आईएसआईएस के धमाकों के बाद पिछले कुछ दिनों से शांत पड़े सीरिया में एक बार फिर रॉकेट और मिसाइलों की गूंज सुनाई देने लगी। यहां ईरान ने रॉकेट से हमला किया है। जिसमे 15 विदेशी समर्थक लड़ाकों की मौत हुई है, 8 ईरानी भी शामिल हैं। दरअसल ये आरोप इजरायल ने लगाया है। उनका कहना है कि ईरानी सुरक्षाबलों ने सीरिया बॉर्डर पर उनके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।
मिलिट्री प्रवक्ता ने बताया है कि ईरानी सुरक्षाबलों ने सीरिया बॉर्डर पर उसके सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन ने बताया कि इजरायल ने भी पलटवार किया है। इजरायली आर्मी ने सारी रात सीरिया में मौजूद दर्जनों ईरानी सैन्य लक्ष्यों को साधा है लेकिन उन्होंने हमले की जानकारी मुहैया नहीं कराई है। विदेशी मीडिया में छपी खबरों के अनुसार यह तय है कि ईरान ने पहली बार रॉकेट से हमला किया है।
नेतन्याहू सरकार ने भी दावा है कि इजरायल अधिकृत गोलन हाइट्स में सीरिया से सटी सीमा पर उसके सैन्य ठिकानों पर अटैक किया गया, जिसमें 20 रॉकेट और मिसाइल दागे गए। ये हमला इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू के रूस दौरे के बीच हुआ है। बेंजामिन नेतन्याहू ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद कहा कि इजरायल को ईरान से अपनी सुरक्षा करने का पूरा हक है।
इजरायल मिलिट्री के मुताबिक, ईरान सीरिया पर हमले कर रहा है। वहीं, सीरिया का दावा है कि राजधानी दमिश्क के पास इजरायल ने अटैक किया है। सीरिया की न्यूज एजेंसी का कहना है कि दमिश्क की बाहरी सीमा पर हुए एक इजरायली हवाई हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
इसमें असद समर्थक गैर-सीरियाई लड़ाकों सहित आठ ईरानी नागरिक शामिल हैं। न्यूज एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि सीरिया ने अपने बचाव में हवाई फायर किए हैं जिसके जरिए इजरायल की ओर से दागी गई दो मिसाइलों को विमान रोधी सुरक्षा सिस्टम से मार गिराया गया है।
ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने कहा कि 29 अप्रैल को मिसाइल हमले में ‘संभवतः इजरायली’, सत्ता की सेना के ठिकानों पर गोलीबारी की गई जिसमें कम से कम 26 ईरानी लड़ाकों की मौत हो गई।
9 अप्रैल को, मिसाइलों ने होम्स प्रांत में टी -4 एयर बेस को निशाना बनाया, जिसमें सीरियाई सरकार द्वारा किए गए कथित रासायनिक हमले के दो दिन बाद सात ईरानियों सहित 14 लड़ाकों की मौत हो गई। दमिश्क ने इजरायल पर हमला करने का आरोप लगाया। इज़राइल और सीरिया आधिकारिक तौर पर अभी भी युद्ध की स्थिति में हैं।