एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जेरूसलम में सोमवार (14 मई) को अमेरीका का नया दूतावास खोले जाने को लेकर गाजा पट्टी में प्रदर्शन कर रहे फिलिस्तीनियों पर इजरायली सुरक्षाबलों ने गोली चला दी। इजराइली गोलीबारी में 25 फिलिस्तीनी मारे गये एवं अन्य घायल हो गये।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, व्हाइट हाऊस के प्रतिनिधि और इजराइली अधिकारी उद्घाटन कार्यक्रम के लिए पहुंचने वाले थे, इसी बीच गाजा में झड़प होने से 25 लोगों के मारे जाने के अलावा 500 से अधिक फिलिस्तीनी घायल भी हो गये। विरोध के लिए हजारों लोग सीमा पर पहुंचे थे।
इस बीच कुछ लोग पथराव करते हुए बाड़ के समीप पहुंच गये और वे उसे पार करने की कोशिश करने लगे। उस पर इजराइली सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा था। इजराइली सेना ने कहा, ‘‘करीब 1000 हिंसक उपद्रवी गाजा पट्टी सीमा के समीप जगह जगह जमा हो गये थे और सुरक्षा बाड़ से करीब आधे किलोमीटर दूर हजारों अन्य जुटे थे।’’
इस साल मार्च में शुरू हुए इस प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या 67 पहुंच गई है। वहीं, इजरायल ने कहा है कि वो किसी भी कीमत पर अपने बॉर्डर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की घटना का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना किए जाने पर इजरायल ने कहा कि उसे अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने का पूरा अधिकार है और वो किसी भी कीमत पर यह सुनिश्चित करेगा की उसकी सीमा में कोई प्रदर्शनकारी घुसने ना पाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 दिसंबर को इस विवादास्पद शहर को इस्राइल की राजधानी के रुप में मान्यता दी थी। अमेरिका के उपविदेश मंत्री जॉन सुल्लिवान दूतावास का उद्घाटन करने के सिलसिले में आये अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में ट्रंप की बेटी इवांका, उनके पति जारेड कुशनर, वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन हैं। रविवार को इजराइली प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया था।