लाइफस्टाइल डेस्क। शादी से पहले आप जन्म कुंडली मिलवाएं या ना मिलवाएं, लेकिन अब जोड़े की रक्त कुंडली मिलवाना जरूरी हो जाएगा। एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक सरकार शादी से पहले खून की जांच जरूरी करने के लिए एक नियम लाने जा रही है।
सरकार ने थैलेसीमिया और सिकल सेल जैसी खून की बीमारियों को रोकने के लिए ड्राफ्ट नोट तैयार कर लिया है। पॉलिसी लागू होने के बाद सरकार हर व्यक्ति की थैलेसीमिया संबंधी जांच कराएगी।
दरअसल। इस बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चे भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इसलिए सरकार शादी से पहले जोड़ों की थैलेसीमिया जांच, स्कूलों में सभी बच्चों की जांच, गर्भवती महिलाओं और थैलेसीमिया से प्रभावित बच्चे के रिश्तेदारों की जांच कराने पर नई पॉलिसी लाने जा रही है।
आखिरी क्या होता है थैलेसीमिया और ये कितना खतरनाक है जिसको लेकर सरकार इतना बड़ा कदम उठाने जा रही है। इस पर हेमेटोलॉजिस्ट नीता राधाकृष्णन ने बताया कि एक ही समुदाय में शादी होना बीमारी की बड़ी वजह है।
पंजाबी, सिंधी समुदाय में इसका सबसे ज्यादा असर दिखता है। महाराष्ट्र लेकर ओडिशा तक की बेल्ट भी इससे प्रभावित है। हर 100 में 5 लोग थैलेसीमिया, सिकल सेल से प्रभावित हैं। इस बीमारी की बड़ी वजह जेनेटिक म्यूटेशन है। इससे प्रभावित बच्चों का खून बार-बार बदलना पड़ता है।