आनंद रूप द्विवेदी | Editorial Desk
चीनी सैनिकों ने भारत की पैगोंग झील के पास पिछले दिनों झड़प के दौरान भारतीय जवानों पर डंडों, कंटीले तारों और पत्थरों से हमला किया।
इन चाइनीज़ सैनिकों का व्यवहार एकदम पाकिस्तान समर्थक कश्मीरी पत्थरबाजों की तरह है। सम्भवतः पाकिस्तान ने चीनी सैनिकों को पत्थर चलाने की ट्रेनिंग दी हो और बदले में चीन ने पाकिस्तानी ऑटो चालकों को हवाई जहाज़ उड़ाना सिखाया हो, क्योंकि चीन और पाकिस्तान का चोली दामन वाला इश्क़ किसी से छिपा नहीं है।
एक ओर जहाँ पूरी दुनिया को चाइनीज़ वायरस ने तबाही के किनारे पर लाकर खड़ा कर दिया है, वहीं दूसरी ओर चीनी सरकार और सेना अब भारत में कब्ज़ा करना चाहती हैं। चीन का व्यवहार एकदम पाकिस्तान जैसा है, इसीलिए उसका पाकिस्तान से गहन अंतरंग सम्बन्ध भी बना हुआ है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को जमकर लताड़ा और सभी ट्रेड सम्बन्ध समाप्त करने की धमकी दी, तब चीन की घिग्घी बंध गई थी, जिसकी खीझ वो भारत से निकालता है। हालांकि चीन की इतनी औकात नहीं है कि वो भारत को उंगली दिखाए। चीन की धमकी भी चाइनीज़ माल की तरह फर्जी है।
“इधर भारत ने चीन के सभी गलत मंसूबों को पहले से भांप कर तैयारी कर ली है। दुनिया भर की टेक्नोलॉजी को चुराकर नकली समान बनाने वाला चीन, अमेरिका के एफ-16 जहाज का भी फर्जी आइटम बना चुका है। हाल ही में इसने भारत की सीमा पर अपना चाइनीज़ खिलौना हेलीड्रोन तैनात किया जिसके जवाब में भारत के HAL ने पहले ही एक हेलिड्रोन तैयार कर रखा है। भारत वाला चाइनीज खिलौने से मजबूत ही होगा।”
न्यूज़ रिपोर्ट्स के अनुसार लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना के जवानों ने वाहियात हरकत की। झड़प के दौरान चीनी सैनिक संख्या बल में भारतीय जवानों से ज्यादा थे, लेकिन गैरपेशेवर हरकत करते हुए नाहक उग्र तेवर दिखाए। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक भारत और चीनी सेना असॉल्ट रायफल से लैस हैं, लेकिन शांति बनाए रखने के लिए इस क्षेत्र में 1967 से अब तक गोलीबारी नहीं हुई है। भारत ने हमेशा सीमा रेखा का सम्मान किया लेकिन नापाक चीन ने 5000 से ज्यादा सैनिक सीमा रेखा पर तैनात कर दिए।
अपनी महबूबा पाकिस्तान को कच्छे बनियान से बने मास्क बेंचने वाला चीन दुनिया भर में अपनी थू-थू करवा चुका है, फ़िर भी बाज़ नहीं आता।
भारत के ख़िलाफ़ हर चाइनीज़ साज़िश नाकाम ही रहेगी, फ़िर चाहे वो सैन्य हरकत हो या चायनीज़ वायरस। पाकिस्तान के महबूब चीन को यह समझना होगा कि यह नया भारत है जो चीन के हवा में उड़ते मंसूबों के पर कतरने का माद्दा रखता है।