एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भारत के खिलाफ चीन अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहा है। ताजा मामले में चीन अपनी महत्वकांक्षी परियोजना ‘वन बेल्ट वन रोड (CPEC)’ में भारत को अपने साथ जोड़ने में असफल रहा था। जिसके चलते चीन, भारत के खिलाफ अफगानिस्तान के साथ गठबंधन तैयार कर उसे अपनी इस परियोजना में भागीदार बनाना चाहता है। पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान का यह गठबंधन दक्षिण एशिया में भारत के लिए खतरा बन सकता है।
चीन इसके अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों को भी सुधारने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते पाक के आजादी के समय साल 1947 से ख़राब हैं। अफगानिस्तान हमेशा से पाकिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि पाकिस्तान हमेशा से यूएस समर्थित काबुल सेना के खिलाफ तालिबान को समर्थन करते रहा है। जिसके कारण, पाकिस्तान, भारत की इस क्षेत्र में भूमिका को सिमित कर सके पर पाकिस्तान हमेशा से अपने ऊपर लगे इन आरोपों को खारिज करता रहा है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन पाकिस्तान और पेइचिंग 57 डॉलर की CPEC परियोजना से अफगानिस्तान को जोड़ना चाहते हैं। इसलिए चीन अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों देशों को बढ़ावा दे रहा है। चीन उम्मीद कर रहा है कि इस परियोजना से तीनों देश के विकास को गति देने में फायदा पहुंचाएगा। आगे यी ने कहा कि अफगानिस्तान को जल्द अपने नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने की जरुरत है और इसके लिए अफगानिस्तान को पाकिस्तान के सारे मतभेद भूलकर इस परियोजना का भागीदार बन जाना चाहिए।
बता दें कि भारत पहले ही चीन की इस परियोजना का विरोध दर्ज कर चुका है, क्योंकि यह परियोजना पीओके से होकर गुजरने वाली है और भारत इसे अपने संप्रभुता पर खतरा का हवाला देते हुए इस परियोजना में शामिल होने से इंकार कर दिया था।