ब्यूरो | Navpravah.com
कोरोना मामले की वजह से चीन पर वैश्विक दबाव बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए चीन तरह-तरह की साज़िश में जुटा है। लद्दाख़ सीमा पर गतिविधियाँ तेज़ करने के बाद अब चीन ताइवान पर सैन्य कार्यवाही करने की धमकी दे रहा है।
चीन की सरकार इस समय दबाव में है। वैश्विक दबाव की वजह से चीन तनाव में है और अपने देशवासियों का ध्यान इन सबसे हटाए रहना चाहता है। चीनी जनता का ध्यान कोरोना के कहर से बचाने के लिए चिनफिंग प्रशासन पूरी तरह से उग्र राष्ट्रवाद और विस्तारवादी नीतियों को बढ़ाने में जुटा है।
चीन की सेना के जनरल ली जुओचेंग ने एंटी सक्सेसन ला की वर्षगाँठ पर ताइवान पर सैन्य कार्रवाई करने की बात कही। चेंग ने कहा कि हमारे पर सैन्य कार्रवाई के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है, जिससे ताइवान को स्वतंत्र होने से रोका जा सके।
बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश के रूप में देखता है। यह कानून ताइवान पर सैन्य कार्रवाई के लिए चीन को कानूनी आधार देता है।
सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के मेंबर ली जुओचेंग ने ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में कहा कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से ताइवान की चीन में विलय की संभावना खत्म हो जाती है, तब सैन्य कार्रवाई ही अंतिम विकल्प है। इस काम में हमारा साथ ताइवान की जनता भी देगी। किसी भी अलगाववादी भावना के लिए चीन में कोई जगह नहीं है।