विकास कुमार तिवारी । Navpravah.com
मानव तस्करी की सूची में मंगलवार को अमेरिका ने चीन को सबसे खराब देश घोषित किया है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसके मुताबिक चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर तरह की भरपूर कोशिश करता रहा है, लेकिन इस बीच वह मानव तस्करी जैसे अपराधों पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। अमेरिका ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि चीन मानव तस्करी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। अमेरिका ने यह भी दावा किया है कि चीन में मानव तस्करी करने वाले बहुत कम लोगों तक ही कानून के हाथ पहुंच रहे हैं और चीन इससे बेपरवाह होकर केवल अर्थव्यवस्था पर नजर गड़ाए हुए है।
अमेरिका ने इस रिपोर्ट में कहा है कि चीन के अशांत शिनजियांग प्रांत में रहने वाले ‘वीगर’ समुदाय के लोगों से जबरदस्ती काम कराया जा रहा हैे। वीगर मुसलमानों से यहां बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है और उनका शोषण किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक इस रिपोर्ट पर चीन की तरफ से किसी भी तरह की कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है,
जबकि म्यांमार को अब मानव तस्करी के सर्वाधिक अपराध करने वाले सूची से हटा दिया है। साथ ही अमेरिका ने बाल सैनिक रखने वाले देशों की सूची से भी म्यांमार और इराक का नाम हटा दिया है। वाषर्कि रिपोर्ट में चीन में तस्करी का रिकॉर्ड देखते हुए उसे उत्तर कोरिया, ज़िम्बाब्वे, रूस और सीरिया की श्रेणी में रख दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान और मलेशिया ने कुछ ठोस कदम उठाए हैं, जबकि इराक में इस दिशा में कोई खास प्रगति नहीं हुई है। इस पर अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है, “मानव तस्करी मौजूदा समय के सबसे दुखद मुद्दों में से एक है। यह परिवारों को तोड़ता है, वैश्विक बाजारों को विकृत करता है, कानून के शासन को नजरअंदाज करता है और अन्य अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है।”