राजेश सोनी | Navpravah.com
चीन अपनी आदतों से बाज आता नहीं दिख रहा है। चीन ने डोकलाम क्षेत्र में अपने सैनिक तैनात कर एक बार फिर डोकलाम विवाद को तूल दे दी है। चीन ने अपने सैनिकों द्वारा डोकलाम में फिर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
बता दें कि भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर जारी विवाद कुछ समय पहले शांति से निबट गया था। सबको लगने लगा था कि चीन अब डोकलाम विवाद को फिर से नहीं छेड़ेगा, लेकिन ऐसा नजर नही आ रहा है। चीन ने डोकलाम सीमा पर एक बार फिर अपना विवादित निर्माण शुरू कर दिया है।
डोकलाम विवाद खत्म होने के बाद एक बार फिर चीन ने अपने सैनिकों को डोकलाम क्षेत्र पर तैनात कर दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, चीन ने करीब 1600 से 1800 सैनिक डोकलाम पर तैनात कर दिए हैं। इन सैनिकों ने सिक्किम-भूटान-तिब्बत ट्राई जंक्शन, डोकलाम के पास डेरा डाला हुआ है। अब इन सैनिकों ने इस विवादित क्षेत्र में निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। चीनी सैनिक कड़ाके की ठंड में हेलीपैड, उन्नत सड़कों और शिविरों का निर्माण कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि भारत का रणनीतिक उद्देश्य है कि जमशेरी रिज इलाके की तरफ रोड का निर्माण नहीं करने देगा।
गौरतलब है कि चीन इसे पहले भी विवादित डोकलाम क्षेत्र में निर्माण कार्य करने की असफल कोशिश कर चुका है। भारतीय सेना ने इस निर्माण कार्य का विरोध किया था और इस वजह से भारतीय और चीनी सेना करीब 73 दिनों तक आमने-सामने थी। डोकलाम विवाद का शांतिपूर्ण हल 28 अगस्त को दोनों देशों के बीच आपस में बातचीत से हुआ था।
चीन डोकलाम को अपने देश का हिस्सा बताता है पर डोकलाम भूटान देश का हिस्सा है। भारत ने एक संधि के तहत भूटान देश की रक्षा का जिम्मा लिया है। डोकलाम भारतीय पूर्वोत्तर राज्य की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण इलाका है।
चीन अपनी विस्तारवादी नीति के लिए दुनिया में बदनाम है। चीन का अपने सभी पड़ोसी देशों से सीमा के चलते विवाद है।