सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर मामले के बाद यौन शोषण के खिलाफ एक बार फिर से कैम्पन ने जोर पकड़ लिया है, इन कैम्पेन के जरिए महिलाएं अपने साथ अतीत में हुई यौन शोषण की घटनाओं का सोशल मीडिया में खुलासा कर रहीं हैं।
इसी विषय पर एएनआई से बात करते हुए भाजपा सांसद उदित राज ने विवादित बयान देते हुए कहा, कुछ महिलाएं जानबूझकर पुरुषों पर ऐसे आरोप लगाती हैं, उसके बाद उनसे 2-4 लाख रुपये ऐंठकर दूसरे पुरुषों को इसके लिए चुनती हैं।
उन्होंने कहा कि, मैं स्वीकार करता हूं कि ये पुरुष का प्राकृतिक स्वभाव है, लेकिन ये सवाल है कि क्या इसमें महिलाएं निपुण नहीं हैं? क्या वो इसका दुरुपयोग नहीं कर रहीं हैं?
बीजेपी से सांसद उदित राज ने ट्वीट कर इस कैंपेनिंग को लेकर अपनी टिप्पणी की है, अपने ट्विटर आकंउट पर उन्होंने ट्वीट किया है कि ‘#MeTo कैम्पेन जरूरी है, लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जांच कैसे हो सकेगा।
उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, यह कैसे संभव है कि कोई “लिव इन रिलेशन” में रहने वाली लड़की अपने पार्टनर पर कभी भी ‘रेप’ का आरोप लगाकर उस व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज करा दे, ये ग़लत है, इस तरह की घटना आए दिन किसी न किसी के साथ हो रहा है।