ब्यूरो | navpravah.com
नई दिल्ली | किसानों के विरोध के क्रम में केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आज तीसरे दौर की बातचीत होगी। इससे पहले भी 8 और 12 फरवरी को हुई दोनों के बीच बैठकें हुई थी जो बेनतीजा रही थीं। एक तरफ सरकार ने एम.एस.पी. पर कानून बनाने से मना किया तो बातचीत का कोई हल नहीं निकला। इसके बाद केंद्र सरकार ने किसानों को तीसरे दौर की वार्ता के लिए आमंत्रित किया है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि तीन केंद्रीय मंत्रियों का एक दल गुरुवार शाम को किसान नेताओं के साथ उनकी विभिन्न मांगों पर फिर से बैठक करेगा। बैठक में भारत सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय शामिल होंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी पर कानून और ऋण माफी सहित अपनी विभिन्न मांगों के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ कूच करने के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। सरकार के साथ ही किसानों को भी सकारात्मक परिणाम की उम्मीद हैं।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हम केंद्र सरकार को यह कहने के लिए कोई गुंजाइश नहीं देना चाहते कि वह हमें आमंत्रित कर रहे हैं, लेकिन हमने इसे स्वीकार नहीं किया। सरकार के आमंत्रण को हमने स्वीकार कर लिया है और हम बातचीत के लिए तैयार हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव पंधेर ने कहा कि मंगलवार रात बातचीत के लिए संदेश मिला। इसके बाद हमने बातचीत करने का मन बनाया। किसान नेता ने कहा कि हम पूरे विश्वास के साथ मीटिंग में जा रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि आज की बैठक में कुछ अहम् फ़ैसला हो सकेगा।
भारतीय किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) के अध्यक्ष डल्लेवाल ने कहा कि उनकी सहमति के बाद हम बातचीत करेंगे। हमारी प्राथमिकता है कि यह बातचीत चंडीगढ़ में हो। यदि केंद्र ने यह सब देखने के बाद सुझाव दिया है और कहा है कि वे हमारे मुद्दों का समाधान करने के लिए तैयार हैं तो हमें उनकी बात सुननी चाहिए।
किसान नेताओं ने कहा कि वे बैठक होने तक दिल्ली के घेराव करने का फिर से प्रयास नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई केंद्र के प्रस्तावों के आधार पर तय की जाएगी। किसान नेता ने जानबूझकर किसानों पर बल प्रयोग करने का भी आरोप लगाया।