एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। विशेषज्ञों का साफ मानना है कि खेल प्रतिभाओं के मिलते प्रोत्साहन की वजह से भारत का प्रदर्शन लगातार सुधरा है।
यही कारण है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के पदकों की संख्या हर बार बड़ी है। पिछली बार के मुकाबले भारत ने दो मेडल ज्यादा जीते हैं। पिछली बार कॉमनवेल्थ गेम्स ग्लास्गो में हुए थे।
ग्लास्गो गेम्स में भारत ने कुल 64 मेडल हासिल किए थे, इस बार के गोल्ड कोस्ट गेम्स में भारत ने कुल 66 मेडल हासिल किए हैं। इसमें 26 गोल्ड मेडल शामिल हैं।
भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अब तक कुल 503 मेडल जीत लिए हैं। अगर आजादी के पहले की बात करें तो ये संख्या 505 हो जाती है। भारत आजाद होने के बाद पहली बार 1954 में इन खेलों में हिस्सा लेना शुरू किया था। इससे पहले 1934 और 1938 में भारत इन खेलों में हिस्सा ले चुका था। इनमें 1934 में उसे दो मेडल मिले थे।
2002 मेनचेस्टर खेलों में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन गेम्स में खिलाड़ियों ने 30 गोल्ड मेडल के साथ कुल 69 मेडल जीते थे। इसके बाद 2010 में जब दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए तो तमाम विवादों के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया और पदकों का शतक लगाया।