एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
फिल्म ‘पद्मावती’ पर जमकर विरोध कर रही करणी सेना ने अब अपने विरोध में थोड़ी ढिलाई बरत दी है। अभी तक फिल्म देखे बिना इसे रिलीज न होने देने की धमकी देने वाली राजपूत करणी सेना ने कह दिया है कि उन्हें न सही तो यह फिल्म मेवाड़ के महाराजाओं को दिखा दी जाए।
करणी सेना इस फिल्म की शूटिंग के समय से ही भंसाली के विरोध में रही है और पिछले साल जयपुर में फिल्म के सेट पर उनके ऊपर हमला भी किया गया था। करणी सेना इस फिल्म को पूरी तरह प्रतिबंधित करने की मांग भी कर रही थी।
कल करणी सेना ने अपना स्टैंड बदलते हुए कहा कि वह फिल्म मेवाड़ के राजघराने के लोगों को दिखाये और अगर उन्हें कोई विरोध नहीं हुआ, तो वह फिल्म के विरोध में चल रहे अपने अंदोलन को वापस ले लेंगे। ‘पद्मावती’ को लेकर इस बात का विवाद है कि यह फिल्म राजपूत रानी पद्मावती के बारे में इतिहास को बिगाड़ती है। 1303 में चित्तौड़ के घेराबंदी होने के दौरान पद्मावती ने अपने समुदाय के सम्मान की रक्षा के लिए जौहर कर लिया था।