पारुल पाण्डेय | Navpravah.com
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म पद्मावती की रिलीज़ पर छाए संकट के बादल टल नहीं रहें। सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रानी पद्मावती को राष्ट्रमाता की उपाधि देते हुए संवाददाताओं से कहा कि अगर फिल्म में गलत दिखाया गया तो राज्य में यह फिल्म प्रदर्शित नहीं होगी। वहीं शिवराज ने ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ को रानी पद्मावती का अपमान बताया।
‘पद्मावती’ फिल्म की रिलीज़ पर सबसे अधिक गरमाए राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज शिंह चौहान से उनके आवास पर मिलकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। इस मामले में मुख्यमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि भले ही सेंसर बोर्ड इस फिल्म रिलीज़ को हरी झंडी दिखा दे, लेकिन अगर तथ्य से खिलवाड़ हुआ है, तो इसे राज्य में प्रदर्शित नहीं किया जाएगा।
विदित हो कि दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह स्टारर फिल्म पद्मावती को कई विवादों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, राजपूती संगठन करणी सेना ने भी भंसाली पर कई आरोप लगाते हुए उन पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। हालांकि भंसाली ने साफ़ कहा है कि उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया है। भंसाली का कहना है कि वे राजपूतों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। फिल्म चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी यानि पद्मावती के जीवन पर आधारित है। फिल्म पहले 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है