सौम्या केसरवानी| Navpravah.com
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावों में बीजेपी के कांग्रेस से पिछड़ने के बाद कहा कि उनकी पार्टी को सबसे ज्यादा वोट जरूर मिले, लेकिन हमें स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि, “हम सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे, हम संख्याबल के आगे सिर झुकाते हैं। लिहाजा मैं राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं। उन्होंने जिस अंदाज में ये बात कही, वही अंदाज़ 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी के एक भाषण में है, जब उनकी 13 दिन पुरानी सरकार अपेक्षित बहुमत नहीं जुटा पाई थी।
तब वाजपेयी ने लोकसभा में भाषण देते हुए कहा था, “जनता ने विपक्ष को जनादेश नहीं दिया था, लेकिन लोकतंत्र में बहुमत का खेल होता है, ऐसे में हम संख्याबल के सामने शीश झुकाते हैं, मैं इसके साथ ही राष्ट्रपति के पास अपना इस्तीफा देने जा रहा हूं।”
शिवराज सिंह चौहान ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि पराजय की जिम्मेदारी मेरी, मेरी और सिर्फ मेरी है। अब मैं पूरी तरह मुक्त हूँ, पार्टी कार्यकर्ताओं ने अथक प्रयास किया, हमको वोट भी ज्यादा मिले, लेकिन स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। इससे पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों के परिणाम आने के बाद 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस को बसपा समर्थन देगी, खुद बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया है।
मायावती ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी गलत नीतियों की वजह से चुनावों में हारी है। हालांकि, उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में हम अपेक्षा के मुताबिक सीटें जीतने में कामयाब नहीं हुए, लेकिन मैं हमारी पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती हूं।