पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी को मिली जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री का पार्टी मुख्यालय में स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने जैसे ही पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करना शुरू किया, तभी पास की ही एक मस्जिद से अजान की आवाज आनी शुरू हो गई।
अजान की आवाज कानों में पड़ते ही प्रधानमंत्री ने अपना भाषण रोक दिया, अजान के समय पार्टी मुख्यालय में सन्नाटा हो गया, अजान खत्म होते ही पीएम मोदी ने भारत माता की जय कहते हुए अपना संबोधन शुरू किया।
पीएम ने कहा कि ये लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब से गरीब मतदाता ने वोट की चोट करके हिंसा की विचारधारा के खिलाफ बीजेपी के पक्ष में अपना मतदान किया है। पीएम ने कहा, सूरज जब ढलता है तो लाल रंग का होता है और जब उदय होता है तो केसरिया रंग का होता है।
पीएम ने कहा कि जय-पराजय होती रहती है। जीत के साथ पराजय को भी दिल से स्वीकार करना ही स्वस्थ्य लोकतंत्र की परंपरा है। उन्होंने कहा कि जो लोग लोकतंत्र की दुहाई देते रहते हैं। वे पराजय को दिल से स्वीकार नहीं कर पा रहे है।
प्रधानमंत्री से पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा में एक साल के भीतर 9 कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी थी, लेकिन पार्टी ने लोकतंत्र का रास्ता नहीं छोड़ा, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर जोर दिया था।