एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री अब नोएडा में शुरू हो गई है, जिसके उद्घाटन के लिए पीएम मोदी और कोरियाई राष्ट्रपति मेट्रो से नोएडा पहुंचे, हालांकि मेट्रो से यात्रा करना पहले से तय नहीं था, कोरियाई राष्ट्रपति के पहले दौरे को देखते हुए दिल्ली से हवाई मार्ग के जरिए नोएडा स्थित सैमसंग के प्लांट पहुंचना का कार्यक्रम तय था।
लेकिन, अचानक इस प्रोग्राम में बदलाव कर दिया गया, यहां तक की मेट्रो से यात्रा का भी कार्यक्रम तय नहीं था, यही वजह थी कि समय से ठीक पहले तक डीएमआरसी, सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी, डीएमआरसी, सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस को महज एक घंटे पहले ही यह सूचना दी गई कि पीएम मोदी और कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन सड़क या हवाई मार्ग से नहीं बल्कि मेट्रो से यात्रा करेंगे।
यह आदेश मिलते ही आनन-फानन में सब तैयारी की गई, सब हैरान थे कि अचानक फैसला क्यों बदला गया, लेकिन, सभी एजेंसियों ने सुरक्षा के इंतजाम किए, इसके बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति मून-जे-इन ने मेट्रो से साथ सफर किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मून-जे-इन का प्रोग्राम अचानक बदला गया, पहले यह प्रोग्राम हेलिकॉप्टर से नोएडा जाने का था, इसके लिए सैमसंग के मेगा प्लांट के नजदीक एक हेलीपैड भी बनाया गया था, लेकिन, कुछ कारणों के चलते इसे बदला गया और सड़क मार्ग के जरिए नोएडा का प्रोग्राम तय किया गया।
इसके लिए दिल्ली पुलिस की तरफ एक शेड्यूल भी जारी किया गया, जिसे नोएडा पुलिस को भी सौंपा गया था, सड़क मार्ग पर पीएम मोदी का काफिला निकलने की वजह रूट डायवर्जन भी किए गए, रूट डायवर्जन के लिए सभी संबंधित एजेंसियों को सूचित किया गया था, दो दिन पहले से रेडियो के जरिए भी एनाउंटमेंट हुआ., लेकिन, अचानक इस प्रोग्राम को भी बदल दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, मेहमान राष्ट्रपति सड़क मार्ग से ही नोएडा जाना चाहते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना था कि पीक आवर में सड़क मार्ग से दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैवल करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, पीक आवर में निकलने से जगह-जगह भयंकर जाम लग सकता है. ऐसे में पीएम मोदी ने ही मेट्रो से नोएडा तक जाने का विचार सामने रखा, जो कोरियाई राष्ट्रपति को भी पसंद आ गया, फिर दोनों ने मेट्रो से सफर किया ।