एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को पहली बार पार्टी ने गुजरात चुनाव के प्रचार से दूर रखा है। वरिष्ठ नेता से जब गुजरात की राजनीति से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि राज्य की राजनीति में क्या कुछ हो रहा है, उन्हें इसकी ज्यादा जानकारी नहीं है।
8 नवंबर को आडवाणी का जन्मदिन था, और अपने 90वें जन्मदिन पर आडवाणी अपनी बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ अपने घर पर मेहमानों का स्वागत करते रहे। वहीं पर ये पूछा गया कि क्या वो गुजरात में चुनाव प्रचार करने जाएंगे? तब उनकी जगह प्रतिभा ने जवाब दिया था, नहीं, हम इसी दुनिया में खुश हैं।’
आज बीजेपी 11 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है। आज भी उसकी वैचारिकी ‘हिंदुत्व’ पर केंद्रित है, जिसे आडवाणी ने सींचा था। लेकिन खुद आडवाणी की स्थिति पहले वाली नहीं रही। आडवाणी के जन्मदिन पर बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता उनके घर पहुंचे, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आडवाणी के घर पर सबसे पहले पहुंचे थे। उनके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, अनंत कुमार और विजय गोयल भी उनके आवास पर पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थोड़ी देर के लिए उनसे मिलने आये थे, पीएम मोदी ने ट्विटर पर भी आडवाणी को बधाई दी थी, आडवाणी को बधाई देने वालों में विपक्षी नेता भी शामिल थे।