एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भीमा-कोरेगाव युद्ध की 200 वीं बरसी पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप झेल रहे, जिग्नेश मेवाणी को मुंबई पुलिस के बाद दिल्ली पुलिस ने भी झटका दिया है। गुजरात से निर्दलय विधायक जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद को मुंबई में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने भी जिग्नेश मेवाणी को दिल्ली में रैली करने की इजाजत नहीं दी है।
दिल्ली पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी की रैली को इजाजत न देने के पीछे कानून व्यवस्था बिगड़न का कारण बताया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि जिस संसद मार्ग पर मेवाणी रैली करना चाहते हैं, वहां धारा 144 लागु है और गणतंत्र दिवस की तैयारियों के मद्देनजर उनकी इस रैली को रद्द कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने साफ़ कर दिया है कि इजाजत न मिलने के बाद भी मेवाणी अगर रैली करते हैं, तो उनपर कानून उल्लंघन के तहत सख्त कार्यवाई की जाएगी।
दलित नेता जिग्नेश मेवानी को दिल्ली के संसद मार्ग पर 9 जनवरी को युवा हुंकार रैली करनी थी, पर इस रैली के लिए उनको दिल्ली पुलिस द्वारा इजाजत नहीं दी गई। इस जनसभा को संसद मार्ग पर 9 जनवरी को दोपहर 12 बजे होना था, लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा इजाजत न मिलने के कारण यह रैली संभव नहीं हो पाई।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में जातीय हिंसा भड़कने के अगले ही दिन दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू छात्र नेता उम्र खालिद मुंबई के विलेपार्ले स्थित भाईदास हॉल में एक छात्र सम्मेलन कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, लेकिन मुंबई पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी। इस कार्यक्रम को रोके जाने पर पुलिस और छात्रों के बीच झड़प भी हुई थी और पुलिस ने कुछ छात्रों को गिरफ्तार भी किया था।