एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
लोकसभा में केंद्र सरकार ने तीन तलाक बिल आसानी से पास करा लिया था, लेकिन राज्य सभा में तीन तलाक बिल पास कराना केंद्र सरकार के लिए बिलकुल आसान नहीं होगा। केंद्र सरकार को अगर राज्यसभा में तीन तलाक का बिल पास कराना है, तो सरकार को विपक्षियों के प्रति नरम रुख अपनाने की जरुरत पड़ेगी।
केंद्र सरकार अगर राज्यसभा में इस तीन तलाक बिल को पास नहीं करा पाती है, तो इस बिल का लटकने का डर है। राज्यसभा में बहस के दौरान विपक्षियों के द्वारा इस बिल के लिए कई संसोधन की मांग की जा सकती है। अगर केंद्र सरकार विपक्षियों के संशोधनों को नहीं मानती है, तो वे इस बिल का राज्यसभा में समर्थन नहीं करेंगे। वहीं लोकसभा में बिना किसी संशोधन के तीन तलाक के बिल को केंद्र सरकार ने पास करा लिया था।
कल लोकसभा में तीन तलाक के बिल का पर जोरदार बहस हुई थी। तीन तलाक बिल का विरोध करने में एमआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ-साथ बीजेडी और राजद जैसे दलों ने इस बिल से नाराजगी जताई थी। लोकसभा में तीन तलाक बिल पर कल वोटिंग कराई गई थी, जिसमें ओवैसी को सिर्फ 2 ही वोट मिले थे।