मेधा सिंह| navpravah.com
नई दिल्ली | हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने हरियाणा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है।उन्होंने कहा “प्रशासन ने पूरी कोशिश करी कि अनिल विज को हराया जाए । किसके कहने से करी क्यों करी ये जांच का विषय है।मैं एकदम सीधा साधा कोई आरोप नहीं लगाता हूँ लेकिन जो घटित हुआ नगरपालिका ने हमारी मंजूरशुदा सड़कें भी बनाने से रोक दीं।”
अंबाला कैंट से विधानसभा चुनाव में अनिल विज इस बार कांग्रेस के परविंदर सिंह परी से 7000से अधिक वोटों से जीत गए थे । उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री बन सकते हैं पर ऐसा ना हुआ नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद दिया गया इस बात से अनिल विज नाराज़ भी थे । उनका कहना था कि वह पार्टी में सीनियर हैं अगर पार्टी चाहेगी तो अगली मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर होगी।
उन्होंने प्रशासन के बारे में ये भी कहा कि “प्रशासन चाहता था इस चुनाव में कोई खून खराबा हो जाए जिसमें अनिल विज या उनका कोई वर्कर मर जाए ताकि इस चुनाव को प्रभावित किया जा सके या रोका जा सके।”
उन्होंने आरोपों का सिलसिला यहीं नहीं थामा उन्होंने बताया कि शाहपुर गांव की धर्मशाला में उनका कार्यक्रम था और उन्होंने चुनाव आयोग से अनुमति ले रखी थी जिसकी वजह से उन्हें पुलिस से एनओसी मिल गई पर फिर भी जब वह कार्यक्रम में पहुंचे तब कई लोग किसान यूनियन का झंडा ले कर बड़े बड़े दंडों के साथ अंदर हॉल में घुस गए पर गाँववालों ने उनसे झड़प करके उन्हें बाहर भगा दिया वरना कोई अनहोनी हो सकती थी।
पहले जब हरियाणा में भाजपा की सरकार थी और मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री थे तब अनिल विज ने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाला था लेकिन जबसे नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बने हैं तबसे अनिल विज इससे नाराज़ हैं हालांकि इस बार भी उनको मंत्री बनाया गया है।