गुजरात में कम सीटों के बाद बीजेपी के सामने नई मुश्किल

बीजेपी के सामने नई मुश्किल

सौम्या केसरवानी। Navpravah.com

बीजेपी ने गुजरात विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर ली है, लेकिन राज्य सभा में अगले साल मार्च में 14 राज्यों के 50 से ज्यादा सदस्यों के चयन के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनावों में पार्टी अपनी सभी सीटें बरकरार नहीं रख पाएगी।

टीओआई के मुताबिक 2 अप्रैल 2018 को पार्टी के चार राज्य सभा सदस्य रिटायर हो जाएंगे। गुजरात विधान सभा चुनावों में 99 सीट जीतने वाली बीजेपी केवल 2 ही सीटें बचा पाएगी, जबकि बाकी दो कांग्रेस के खाते में जाएंगी।

11 राज्य सभा सदस्यों में से 9 बीजेपी के लिए इस राज्य से आते हैं, अगले द्विवार्षिक चुनावों के बाद बीजेपी के सिर्फ 7 सदस्य रह जाएंगे। यूपी और महाराष्ट्र विधान सभा चुनावों के बाद बीजेपी ने राज्य सभा में अपनी स्थिति मजबूत की थी।

पिछले चार दशक से गुजरात में किसी भी पार्टी या गठबंधन की सरकार 100 से कम विधायकों की संख्या से नहीं बनी है, लेकिन 1975 के बाद अब ऐसा पहली बार होगा जब डबल डिजिट के आंकड़े के साथ ही बीजेपी सरकार बनाएगी।

साल 1990 में जनता दल और बीजेपी ने साथ मिलकर गुजरात चुनाव लड़ा था, तब इस गठबंधन को कुल 137 सीटें मिली थीं। गौर करने वाली बात है कि गुजरात में साल 1975 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र 75 और नेशनल कांग्रेस ऑर्गनाइजेशन को मात्र 56 सीटें आई थीं, तब एनसीओ की तरफ से बाबू भाई पटेल मुख्यमंत्री बने थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.