एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के इंटरव्यू का दूसरा भाग प्रकाशित किया है, इस इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने साफ कहा है कि शिवसेना रिजनल पार्टी है लेकिन यह ओरिजिनल है। उन्होंने यह भी कहा है कि शिवसेना को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने दूसरों का दल तोड़कर स्थापित नहीं किया है।
इससे पहले 22 जुलाई को सामना में प्रकाशित उद्धव ठाकरे के इंटरव्यू के पहले भाग में उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधा था, उन्होंने कहा था कि मैं पीएम मोदी के सपनों के लिए नहीं आम जनता के सपनों के लिए लड़ रहा हूं, उन्होंने कहा, वह किसी के मित्र नहीं हैं, बल्कि वह भारत की जनता के मित्र हैं।
इंटरव्यू के दूसरे भाग में उन्होंने कहा कि 2014 के जनमत का रुझान जनता की गलती नहीं बल्कि जनता से ठगी थी, उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में पैसे का जोर बढ़ गया है, यह पैसा कहां से आता है, यह पता चल गया तो अन्य राजनीतिक दलों को भी लाभ होगा।
उन्होंने किसानों के मामले में पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पीएम मोदी के गुजरात में पांच हजार किसानों ने इच्छामृत्यु की मांग की है, क्या यही तुम्हारे विकास का मॉडल है, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का ध्यान गुजरात की ओर ना होकर विदेश की ओर है।
इंटरव्यू में उनसे यह पूछे जाने पर कि क्या पदवीधर (डिग्रीधारक) हैं, उद्धवे ठाकरे ने अपने अंगूठे पर लगा स्याही का निशाना दिखाते हुए कहा, यह देखो, उन्होंने कहा कि यह मेरे पास प्रमाण है लेकिन ऐसा आपको क्यों लगा कि मैं स्नातक नहीं हूं, मैं अच्छी साफ-सुथरी राजनीति करता हूं इसलिए? मित्रों और समर्थकों की ओर से उन्हें दी जा रही उपाधियों पर सवाल पूछने पर उद्धव ठाकरे ने कहा ‘मेरा विचार है कि बेवजह दूसरे बॉस की चाटूगीरी करने के बजाय खुद बॉस बनना मुझे हमेशा पसंद आएगा।