उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में मंगलवार 6 फरवरी को एचआईवी का एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसने स्वास्थ्य महकमे के होश उड़ा दिए थे। उन्नाव के बांगरमऊ में एक साथ 40 लोगों में एचआईवी का टेस्ट पॉजिटिव निकला था। अब इस मामले पर सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने इस तरह की घटना के बारे में पहले कभी नहीं सुना था। हम इसकी निंदा करते हैं और निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, एचआईवी पीड़ितों का कहना है कि वह पहले जिले के नीम-हकीम और कुछ लोकल डॉक्टरों के पास इलाज कराने के लिए जाते थे। वह डॉक्टर उन्हें किसी भी तरह के इंजेक्शन से सूई और दवाई दे दिया करते थे, हो सकता है, उन्हें इसी कारण एचआईवी हुआ हो। इस मामले पर बांगरमऊ के काउंसलर सुनील का कहना है कि हमें 40 एचआईवी पॉजिटिव केस मिले है। अगर इस मामले की सही से जांच की जाए, तो पीड़ितों की संख्या 500 से ज्यादा पहुंच सकती है। गौरतलब है कि 2017 के नवंबर महीने में जिले में एक स्वास्थ्य कैंप लगा था, जिसके बाद 40 लोगों में एचआईवी के लक्षण पाए गए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में मौजूद झोला छाप डॉक्टरों से इलाज कराने के कारण उन्हें एचआईवी एड्स हुए हैं।