ब्यूरो | navpravah.com
नई दिल्ली | कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के जघन्य अपराध ने पूरे देश को हिला दिया है। इस घटना ने चिकित्सा समुदाय और आम जनता में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। पूरे देश में इस घटना के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हो रहा है।
9 अगस्त की सुबह, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के एक सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला। प्रारंभिक जांच के बाद, कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने इस अपराध को स्वीकार किया है। सीसीटीवी फुटेज और सबूतों के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता की आंखों में गंभीर चोटें आई थीं, जो उसके चश्मे के टुकड़े आंखों में घुसने के कारण हुई थीं।
हमले के वक़्त गहरी नींद में थीं डॉक्टर-
इसके साथ ही, रिपोर्ट में बताया गया कि उसकी मौत दम घुटने और गला दबाने के कारण हुई। नाखूनों के नीचे से मिले त्वचा और खून के नमूने आरोपी संजय रॉय के डीएनए से मेल खाते हैं, जिससे उसकी संलिप्तता स्पष्ट होती है। पुलिस के अनुसार, उसने शराब के नशे में इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया। पीड़िता उस समय गहरी नींद में थी, जब आरोपी ने उस पर हमला किया। देशभर में प्रदर्शन और विरोध की लहर इस घटना के बाद से डॉक्टरों में गहरा आक्रोश है, जो अब विरोध प्रदर्शन के रूप में उभरकर सामने आया है।
कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों में डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया है, और केवल आपातकालीन सेवाएं जारी हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक आरोपी को सजा नहीं मिलती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
राष्ट्रीय मानवाधिकार सख़्त, दो हफ़्ते में माँगी रिपोर्ट-
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य सरकार से दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने इस घटना को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे “घृणित अपराध” करार दिया है। उन्होंने पुलिस को मामले की तेज़ी से जांच करने का निर्देश दिया है और आश्वासन दिया है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।