गुजरात: सड़क पर उतरे वड़ोदरा के डॉक्टर्स का फूटा ग़ुस्सा

पीयूष उपाध्याय | navpravah.com

वडोदरा: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में वडोदरा के गोत्री मेडिकल कॉलेज में जोरदार प्रदर्शन हुआ। इस घटना ने पूरे देश में चिकित्सा समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और डॉक्टरों के बीच गुस्से की लहर दौड़ गई है।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट रेजिडेंट डॉक्टर की हत्या और यौन उत्पीड़न की घटना ने चिकित्सा समुदाय को हिला कर रख दिया है। इस घटना के बाद से ही देशभर के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक सरकार डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

वडोदरा में प्रदर्शन-

वडोदरा के गोत्री मेडिकल कॉलेज में भी डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने काले बैंड पहनकर और मोमबत्तियां जलाकर विरोध जताया। उन्होंने सरकार से मांग की कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाए जाएं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि वे अपने साथी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

डॉक्टरों की मांगें-

डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने कहा है कि जब तक सरकार डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जाए।

सरकार ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी और इस घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।

कोलकाता की इस घटना ने पूरे देश में चिकित्सा समुदाय को एकजुट कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि वे अपने साथी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते रहेंगे और जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वडोदरा के गोत्री मेडिकल कॉलेज में हुए इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि डॉक्टर अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए एकजुट हैं और वे किसी भी कीमत पर अपने साथी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते रहेंगे।

गोत्री मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ. हर्षित व्यास ने कहा कि अगर कैंपस ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो हम लोगों की जान कैसे बचा पाएँगे। कैंपस में जब ऐसी स्थिति है तो बाहर महिला चिकित्सक कैसे सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने सरकार से यथाशीघ्र इस मामले पर फ़ैसला करने की माँग की है।

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