1 फरवरी को दिल्ली में अंकित सक्सेना नाम के एक नौजवान को सरेआम गला काटकर मार दिया गया था। अंकित का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने सलीमा नाम की एक लड़की से प्यार किया था और सलीमा के घरवालों ने ही अंकित का बेरहमी से कत्ल कर दिया।
मृतक अंतिक के पिता ने अपील की है कि इस मामले को सांप्रदायिक रंग ना दिया जाए। अंकित सक्सेना के पिता से जब मनोज तिवारी मिलने गये, तब उनके पिता ने मनोज तिवारी से कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए, किसी धर्म से उन्हें नफरत नहीं है। एक निजी चैनल से बात करते हुए भी अंकित के पिता ने कहा कि मैं सभी चैनल्स और मीडिया हाउस से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि इसे हिंदू-मुस्लिम मामला न बनाएं, मुझे किसी मुस्लिम से कोई नफरत नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि इस घटना के लिए सभी जिम्मेवार नहीं हैं। मेरे बेटे को बचाने के लिए 1000 की भीड़ में कोई आगे नहीं आया। मेरी पत्नी का इलाज कराने के लिए मनोज तिवारी का शुक्रिया। मैंने बेटे के लिए बहुत सपने देखे थे, लेकिन अब मैं किसी से क्या कहूँ।
अंकित के पिता ने बताया कि मेरा बेटा और वो लड़की दोस्त थे, लेकिन उनके रिश्ते के बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं था। उन्होंने कहा कि अंकित कहता था कि पापा शादी मैं आपकी मर्जी से करूंगा, लेकिन लड़की मेरी पसंद की होगी। इस मामले में जो भी मेरी मदद कर रहे हैं, मैं उनका शुक्रगुजार हूँ।