नीतीश कुमार मिश्र | navpravah.com
झारखण्ड | ‘22 जनवरी’ भारत के लिए इतिहास के पन्नों में एक ऐतिहासिक दिवस के रूप में दर्ज होगा, क्योंकि वर्षों की तपस्या, कोर्ट की तारीखों से लेकर कारसेवकों की शहादत के प्रतीक राम मंदिर में रामलला लगभग 500 वर्षों के बाद आसीन होंगे। उसी दिन अयोध्या में भव्य प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी होना तय हुआ है, पूरा विश्व इस वक्त राममय हो चुका है। हर कोई प्रभु राम के आशीष को ग्रहण कर अभिभूत होना चाहता है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर देश-विदेश से लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं।
सभी राम भक्त किसी न किसी माध्यम से इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाह रहे हैं। इसी क्रम में जमशेदपुर के बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी निवासी दो युवा प्रिंस मिश्र और रोहित तिवारी साइकिल से अयोध्या धाम के लिए निकल चुके हैं। इन्होंने यात्रा की शुरुवात जय श्री राम के उद्घोष के साथ 12 जनवरी को किया एवं खबर लिखे जाने तक वह उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर पहुंच चुके हैं। यात्रा आरंभ करने के दौरान स्थानीय समाजसेवी एवं समस्त बस्तीवासियों के प्रमुख व्यक्तियों ने उनका अभिनंदन किया। तिलक लगाकर एवं अंग वस्त्र पहनाकर उनका सम्मान किया।
जमशेदपुर से अयोध्या तक की उनकी यात्रा लगभग 750 किमी तक की है। रामलला के भक्ति में लीन दोनों युवा पूरे दिन उत्साह पूर्वक साइकिल से यात्रा करते हैं एवं रात्रि में मंदिर में, विश्रामगृह में या फिर किसी रामभक्त के यहां विश्राम करते हैं। पुनः प्रभात की प्रथम लाली के साथ राम नाम के उदघोष के साथ यात्रा पर निकल पड़ते हैं। ऐसी भीषण ठंड और कोहरे की मार भी उनके अटल संकल्प और ऊर्जा को बाधित नहीं कर पाई है। बक़ौल रोहित तिवारी, “यह प्रभु राम की ही कृपा है, जिसने उन्हें इस यात्रा के लिए प्रेरित किया और वह आगे बढ़ रहे है, 22 तारीख को अयोध्या में दीपक जलाएंगे एवं संपूर्ण देशवासियों से भी आह्वाहन किया है कि प्रभु श्री राम के पुनः अयोध्या आगमन के अवसर पर सभी अपने घरों में दीया जला कर भव्य रूप से दिवाली मनाएं।