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छत्तीसगढ़ की एक कंपनी से धोखाधड़ी के आरोप के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी के आवास और व्यावसायिक प्रतिष्ठान में छापे मारे मगर छापे की भनक से पहले ही कारोबारी फरार हो गया।
छत्तीसगढ़ की कंपनी आई एन एनर्जी का हिमाचल के चंबा में बिजली उत्पादन का प्लांट है। आरोप है कि कारोबारी अश्वनी की ‘अश्वनी एंड सन्स’ ने उस कंपनी से डील की थी कि वे उनकी उत्पादित बिजली हरियाणा सरकार को बेचेंगे।
पुलिस के एसआईआरएस नेता के मुताबिक कारोबारी अश्वनी को कंपनी ने समझौते के तहत पचास लाख रुपये भी दिए। साथ ही यह समाझौता भी हुआ कि यदि तीन माह के भीतर यह डील नहीं होती तो पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इसकी एवज में अश्वनी ने कंपनी को पचास लाख का चेक दिया।
आरोप है कि तीन माह बीतने पर भी जब बिजली बेचने का कांट्रेक्ट हरियाणा सरकार से नहीं हुआ तो कंपनी ने अपनी राशि वापस लेने के लिए अश्वनी की ओर से दिया चेक बैंक में जमा कराया मगर यह चेक बाउंस हो गया।
इस पर कंपनी ने छत्तीसगढ़ के रामपुर जिले के उरला थाने में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। आज उसकी गिरफ्तारी के वारंट के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस ने कारोबारी अश्वनी के रामपुर स्थित आवास व सिविल लाइन्स स्थित प्रतिष्ठान में छापे मारे। आरोपी करोबारी गीतांजलि ज्वेलर्स का मालिक भी है।