यूपी में इस बार योगी सरकार ने बोर्ड परीक्षा में नकल माफियों पर नकेल कसने के लिए पुख्ता इंतजाम किये हैं। यूपी सरकार बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने का अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रही है, लेकिन नकल माफिया अपने करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी क्रम में चंदौली में दो दिन पहले इंटरमीडिएट के भौतिक विज्ञान के दोनों प्रश्नपत्रों की हाथ से लिखी गई कॉपी लीक हो गई।
शाम को होने वाली परीक्षा का प्रश्नपत्र सुबह से बाजार में बिक रहा था। परीक्षार्थी धड़ल्ले से पेपर खरीद रहे थे। यह खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली उसके बाद चंदौली जिला प्रशासन और शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया। लेकिन जब पेपर का मिलान किया गया, तब लीक हुए पेपर और परीक्षा में आए पेपर में सिर्फ 16 अंकों के प्रश्न ही मिल रहे थे, इसलिए उसे एक गेस पेपर करार दिया गया।
इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस ओर अपनी पूरी ताकत लगा दी, ताकि नकल माफियाओं पर काबू किया जा सके। फिर जिले में शनिवार को भौतिक विज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा के दौरान नकल माफियाओं के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया गया। जब बाजारों में प्रश्नपत्र बिकने की जानकारी मिली, तब पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी और कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान पता चला कि विद्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित प्रिंसिपल के ही कमरे के ऊपरी हिस्से में नकल माफिया नकल कराने के काम में जुटे हुए हैं। पुलिस ने सभी माफियों को पकड़ लिया है और साथ ही उस कमरे में पुलिस को 15 लाख रूपये और बड़ी संख्या में उत्तर पुस्तिकायें बरामद की गयी हैं।