राजेश सोनी | Navpravah.com
सर्वोच्च न्यायालय के 4 न्यायाधीशों (चेलामेश्वर, रंजन गोगोई, मदन भीमराव और कुरियन जोसेफ) ने शुक्रवार को ऐतिहासिक प्रेस वार्ता की थी। चेलामेश्वर ने कहा था कि पिछले 2 महीनों से सर्वोच्च न्यायालय का प्रशासन ठीक से नहीं चल रहा है। चेलामेश्वर ने इस तरह मुख्य न्यायाधीश के कामकाज पर ही सवाल उठा दिए थे। ऐसे आरोपों के बाद अब सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने आज बैठक बुलाई है। इस बैठक में अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल भी मौजूद रहेंगे।
इस बैठक में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर अन्य चारों सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के लगाए गए आरोपों पर विचार विमर्श किया जाएगा। इस बैठक के बाद सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन पत्रकारों को भी संबोधित करेगा। वहीं सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ चार न्यायाधीश मीडिया के सामने आए तो सही, लेकिन कोई मुद्दा लेकर नहीं आए। उन्होंने बस कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में कुछ गड़बड़ है। कैसा गड़बड़ है? असली बात क्या है ? चारों न्यायाधीशों ने इस पर कोई बात नहीं की। उन्होंने देश की जनता को न्यायपालिका को लेकर एक तरह की दुविधा में डाल दिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश चेलामेश्वर के कहा था कि हम लोगों ने मुख्यन्यायाधीश से कहा था कि चीजें सही से नहीं चल रही हैं और मुख्य न्यायाधीश ने सुधार के लिए कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। इसलिए हमारे पास देश को जानकारी देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। हमने ऐसा इसलिए किया ताकि इस संस्थान की अहमियत बरकरार रखी जा सके। इन्हीं कारणों के वजह से हमें मीडिया के सामने आना पड़ा, क्योंकि हमारे पास और कोई विकल्प नहीं बचा था।