इशिका गुप्ता| navpravah.com
नई दिल्ली | मणिपुर में छात्रों के प्रदर्शन लगातार बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से मणिपुर के तीन जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। शांति बहाली की मांग को लेकर लगातार मणिपुर के इंफाल में प्रदर्शन हो रहा है जिसकी वजह से राज्य के तीन जिलों में कर्फ्यू लागू किया गया।
मणिपुर के थौबल में (BNSS)भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (2) के तहत लागू कर दी गई है जबकि इंफाल के पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में लोगों को घरों से बाहर निकलने के लिए अनिश्चितकालीन रूप से मना कर दिया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा आदेश दिया गया है कि जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ने के कारण कर्फ्यू में जो छूट दी गई थी उससे संबंधित पूर्व आदेश को तत्काल प्रभाव से 10 सितंबर को 11:00 बजे ही रद्द कर दिया गया हैं, इसे देखते हुए अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से इंफाल के पूर्वी जिले में पूर्ण कर्फ्यू लागू किया गया है ।
छात्रों द्वारा मांगों को लेकर हो रहा प्रदर्शन-
राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को नहीं संभाल पाने का आरोप छात्र डीजीपी और सुरक्षा सलाहकार को दे रहे हैं। दूसरी और थौबल में कर्फ्यू लागू होने के कारण पांच या उसे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है क्योंकि पुलिस दावा कर रही थी कि सोमवार को प्रदर्शनकारी छात्रों में से किसी एक छात्र ने गोली चलाई है जिससे एक पुलिसकर्मी को चोट पहुंची है। इस दौरान अलग अलग स्कूलों और कॉलेज के सैकड़ो छात्रों ने इंफाल के ख्वाईरामबंद महिला बाजार में लगाए गए शिविर में अपनी रात बिताई।
छात्र नेता द्वारा दिया गया 24 घंटे का समय-
छात्र नेता चौधरी विक्टर सिंह के अनुसार, उन्होंने राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से अपनी छह मांगों पर जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है, समय सीमा समाप्त होने के बाद ही वें अपनी कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे।
सोमवार को लगभग हजारों छात्रों ने मणिपुर के राज भवन और सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया था और हाल ही में हुए ड्रोन एवं मिसाइल हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी और राज्य की प्रशासनिक अखंडता और क्षेत्र की सुरक्षा की मांग की। हाल ही में हुए हिंसक घटनाओं में से आठ लोगों की मौत की खबर मिली है और 12 से अधिक लोग घायल है।