न्यूज़ डेस्क| Navpravah.com
अगर ऐसा हो रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आप इंसाफ की उम्मीद किससे करेंगे। कुछ ऐसा ही गाजियाबाद में खाकी वर्दी का एक ऐसा ही शर्मसार कर देने वाला चेहरा देखने को मिला। गाजियाबाद के क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों ने गुरुवार दोपहर पहले तो लुधियाना पंजाब से आए तीन व्यापारियों को एक झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और बाद में उन्हें छोड़ने के एवेज में दस लाख रुपये की मांग की। यही नहीं दोनों पुलिसकर्मियों ने व्यापारियों के पास से दो लाख रुपये भी छीन लिए।
जानकारी के अनुसार लुधियाना पंजाब के व्यापारी मोहन सिंह, कमल मनोच और रंजीत सिंह दिल्ली के भगीरथ पैलेज में किसी से उधार के पैसे लेने आए थे। दिल्ली आने के बाद वो रास्ता भटक गए और लोनी पहुंच गए। तभी वह लोगों से दिल्ली जाने का रास्ता पूछ ही रहे थे कि पीछे से दो सिपाही आए और उनकी कार में बैठ गए। कार में बैठते ही उन्होंने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि तुम लोग जाली नोटों का धंधा करते थे। अगर तुम यहां से सही सलामत वापस जाना चाहते हो तो दस लाख रुपये देने होंगे। जब व्यापारियों ने अपने आपको बेकसूर बताया तो दोनों सिपाहियों ने उन्हें गाजियाबाद चलने को कहा। इस पर मोहन सिंह ने सौ नंबर पर कॉल कर दिया। इस बात से नाराज सिपाहियों ने उन्हें पास की एक दुकान में बंद कर दिया और लाठी डंडो से उनकी पिटाई शुरू कर दी। सौ नंबर पर कॉल चली जाने के कारण कुछ ही देर में वहां पर लोनी कोतवाली की पुलिस भी पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों के पास से व्यापारियों से छीने गए दो लाख रुपये बरामद हो गए हैं।
दोनों सिपाहियों को किया गया सस्पेंड
तहरीर मिलते ही पुलिस के आधिकारी हरकत में आ गए। गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ का गाजियाबाद में कार्यक्रम था इसलिए किसी को भी इस मामले की खबर तक नहीं लगी। मामले की सूचना पाने के बाद दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस तहरीर की आधार पर मामले की जांच कर रही है।