पीएम मोदी पर भड़के शरद पवार, मन की बात को लेकर कसा तंज

शरद पवार ने कहा कि, PM मोदी ने जन की बात सुनी नहीं, मन की बात करते हैं
शरद पवार ने कहा कि, PM मोदी ने जन की बात सुनी नहीं, मन की बात करते हैं
सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com 
यूपीए सरकार में सहयोगी रही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार एक निजी चैनल के कार्यक्रम में मौजूद रहे, जहां उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव से लेकर महागठबंधन और मोदी सरकार के कामकाज पर अपने विचार रखे।
पीएम मोदी के कार्यकाल की सफलता के बारे में तंज भरा जवाब देते हुए पवार ने कहा कि, पीएम मोदी एक शक्तिशाली लीडर के तौर पर उभरे हैं, उन्होंने कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी के अंदर यह साबित करने में कामयाब हो गए हैं, लेकिन देश के लिए वो सफल लीडर नहीं हैं।
हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि, मोदी सरकार ने स्थायी नेतृत्व देने में सफल हो गई है, इसे मैं स्वीकार करता हूं, उन्होंने फिर तंज कसते हुए कहा, पीएम ने कभी जन की बात नहीं सुनी, वो सिर्फ मन की बात करते हैं, यही उनकी सफलता है।
मोदी सरकार की कमजोरी पर जब शरद पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने उनके मंत्रिमंडल पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं, पवार ने कहा, मोदी के पास टीम तो है, लेकिन उसके अंदर क्षमता नहीं है।
मोदी सरकार पर टिप्पणी करते हुए शरद पवार ने ये भी कहा कि, फिलहाल भारतीय जनता पार्टी और सरकार को बस दो लोग चला रहे हैं, जिनमें पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल है।
वहीं कांग्रेस में वापसी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि, मैंने ऐसा नहीं सोचा नहीं और न ही कोई इरादा है, हम एनसीपी में खुश हैं, इसलिए ऐसी बातों पर ध्यान न दें।
सोनिया गांधी के खिलाफ बगावत करने के बाद लोगों ने कहा कि, शरद पवार उन पर भरोसा नहीं कर सकते, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर भरोसा नहीं होता तो साथ में सरकार क्यों बनाते हमने राज्य में भी और केंद्र दोनों जगह कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई है।
कांग्रेस कमजोर कड़ी है, इस सवाल पर उन्होंने कहा ऐसा मुझे नहीं लगता, हर राज्य में हम गठबंधन की कोशिश करेंगें, उसमें कांग्रेस की भी जरूरत होगी, कांग्रेस का रोल हर राज्य में होगा, उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.