अयोध्या में राम मंदिर बनाने की फॉर्मूला बताने वाले मौलाना सलमान नदवी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने बाहर निकाल दिया गया है। दरअसल, सलमान नदवी ने हाल ही में एक निजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में राम मंदिर बनाने का फॉर्मूला बताया था और कहा था कि वे AIMPLB को छोड़ भी सकते हैं। इसी बात को आधार बनाकर AIMPLB ने उन्हें बोर्ड से बाहर कर दिया है।
एक निजी न्यूज एजेंसी के मुताबिक AIMPLB की बैठक में कहा गया कि बोर्ड के सभी सदस्यों को वही बातें कहनी चाहिए जो बोर्ड का आधिकारिक स्टैंड होता है। अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए मौलाना नदवी ने कहा था कि मुसलमानों को राम मंदिर के नाम पर जमीन छोड़ देनी चाहिए साथ ही मस्जिद को कहीं और बनवा लेना चाहिए।
आगे मौलाना सलमान नदवी ने असदुद्दीन ओवैसी पर आरोप लगते हुए कहा कि उन्होंने बैठक में हंगामा मचने वालों का साथ दिया। उन्होंने अपने आरोप में कहा कि बोर्ड पर कुछ लोगों का कब्जा है और तानाशाही चल रही है। यहां तक कि उन्हें RSS का एजेंट करार दिया गया। उन्होंने कहा था कि बोर्ड का फैसला शरीयत नहीं है और इस्लाम सबका है अकेले बोर्ड का नही है। अब वह बोर्ड की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
इसपर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं है, क्योंकि ‘जब एक बार मस्जिद बनती है तो अनंत काल तक यह मस्जिद रहती है। वहीं एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी जो बोर्ड के सदस्य भी हैं इन्होने 26वें पूर्ण अधिवेशन के दूसरे दिन हुई कार्यवाही की जानकारी दी और बताया कि बाबरी मस्जिद के बारे में, यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि एक बार जब मस्जिद बन जाती है तो अनंतकाल तक यह मस्जिद रहती है। कोई समझौता नहीं होगा। जहां तक बाबरी मस्जिद की बात है, मस्जिद मुद्दे पर समझौता करने वाले लोग अल्ला के सामने जवाबदेह होंगे।