सौम्या केसरवानी | navpravah.com
कोरोना ने सबकी मुसीबतें बढ़ा दी हैं। देश में कोरोना के मामले 2 लाख तक पहुंचने वाले हैं, वहीं लॉकडाउन ने में दिहाड़ी मजदूरी पर काम करने वाले लोगों की मुसीबतें भी काफी बढ़ा दी हैं।
काम न होने के साथ-साथ आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी की वजह से प्रवासी मजदूरों को कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने-अपने घर वापस जाना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि जगहों से मजदूर अपने घर लौट रहे हैं।
ऐसा करते वक्त बहुत से लोगों ने अपनों को भी खो दिया है। इसी बीच हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला को अपने जेवर बेचने पड़े ताकि वह वापस अपने घर जा सके। 3 प्रवासियों को बेंगलुरु से अपने घर कटक जाना था और इसमें एक जोड़ा भी शामिल था, इसके लिए उन्हें साइकिल की जरूरत थी लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे। इस वजह से महिला को 15,000 रुपये में अपना मंगलसूत्र बेचना पड़ा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, ‘मंगलसूत्र बेचकर मिले पैसों से उन्होंने दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू की’ इस बारे में बताते हुए चंदन जेना ने कहा, ‘हमने पिछले 2 महीनों से पैसे नहीं कमाएं और हमारा सारा पैसा खत्म हो गया, इस वजह से आखिर में मेरी पत्नी को अपना मंगलसूत्र बेचना पड़ा, ताकि हम घर वापस जा सकें।
चंदन और उसके दोस्त ने 5-5 हजार की दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू कर दी, इसके बाद उन्हें कटक में कुछ सोशल वर्कर्स मिले, जिन्होंने उन्हें खाना खिलाया और साथ ही उनके घर भद्रक तक भी पहुंचाया।