नृपेंद्र कुमार मौर्य | navpravah.com
नई दिल्ली | देश भर में ट्रेनों को निशाना बनाने की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक और ऐसा मामला सामने आया, जहां कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी पर रखे गए सिलेंडर से टकराने की साजिश की गई। रविवार, 8 सितंबर 2024 को, भिवानी से प्रयागराज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14723) कानपुर के अनवरगंज-कासगंज रूट पर सिलेंडर से टकराई, लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ी दुर्घटना टल गई। ट्रेन के लोको पायलट ने अचानक पटरी पर संदिग्ध वस्तु देखी और आपातकालीन ब्रेक लगाए, जिससे ट्रेन वहीं रुक गई। इस हादसे में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
मौके पर पहुँची पुलिस ने जाँच के दौरान ट्रेन के पास से एक एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल की बोतल और माचिस बरामद की। इसके अलावा, एक झोला भी मिला जिसमें बारूद होने की आशंका जताई जा रही थी। पुलिस और RPF की जाँच के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया था। इस घटना की विस्तृत जाँच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया।
कानपुर में कानून व्यवस्था के एसीपी हरीश चंदर ने बताया कि पटरी पर संदिग्ध वस्तु दिखाई देने पर ट्रेन चालक ने तुरंत ब्रेक लगाया, जिससे ट्रेन सिलेंडर से टकरा गई। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया और मौके पर आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं, जहाँ ट्रेनों को जानबूझकर पलटने की साजिश रची गई थी। कुछ समय पहले कानपुर में ही साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी ऐसा हादसा हुआ था, जिसमें ट्रेन पटरी से उतर गई थी। ऐसी घटनाओं से रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है।
सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इन घटनाओं के पीछे पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी फरहतुल्लाह गोरी का हाथ हो सकता है, जो भारतीय इन्फ्रास्ट्रक्चर और ट्रेनों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है। गोरी ने अपने स्लीपर सेल को देशभर में हमला करने का निर्देश दिया है।