नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच मोदी सरकार ने श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को संसद में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन होगा।
पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद कांग्रेस ने सवाल खड़े कर इसको दिल्ली चुनाव से जोड़ा है। कांग्रेस ने सवाल किया कि केंद्र सरकार ने चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान क्यों किया है? बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का गठन किया है।
राम मंदिर को पीएम ने दिल के करीब बताकर कहा कि मंदिर निर्माण का सपना जल्द पूरा होने वाला है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने बुधवार को ही ट्रस्ट को मंजूरी दी और ट्रस्ट का नाम श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र तय किया है। दोपहर में कैबिनेट की प्रेसवार्ता में ट्रस्ट की बाकी रुपरेखा का एलान किया जाएगा। वहीं महाराष्ट्र में भाजपा से अलग हो चुकी शिवसेना ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा,भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान राम के मंदिर के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के लिए उनका कोटि-कोटि अभिनन्दन करता हूं। आज का यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है।
पीएम मोदी ने कहा,भगवान श्री राम की स्थिली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से जबाबदेह होगा। सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा,सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें।