नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर अब अंतिम समय पर पहुंच रहा है। आप और बीजेपी के बाद अब कांग्रेस भी अपने दिग्गजों को दिल्ली के चुनावी मैदान में उतार दी है। इस कडी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि यह शर्म की बात है कि पढ़े लिखे होने के बावजूद हमारे युवकों को रोजगार के लिए भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनी तो बेरोजगारी से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं कुछ ऐसे मुद्दे उठाना चाहता हूं जो युवाओं से जुड़े हैं। शिक्षा पर इतना पैसा खर्च करने के बाद भी उन्हें रोजगार के लिए भटकना पड़ता है। यह शर्म की बात है।
मशहूर अर्थशास्त्री सिंह ने यह भी कहा कि दिल्ली में बेरोजगारी की दर पिछले चार महीने में 15 फीसदी थी जो अन्य स्थानों की तुलना में बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कांग्रेस लोगों के लिए प्रतिबद्ध है और यदि कांग्रेस राज्य की सत्ता में आती है, तो बेरोजगारी से निपटने के लिए ठोस कदम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य जोर बेरोजगारी हटाने पर होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा दिल्ली में फैक्ट्री श्रमिकों की संख्या शीला दीक्षित के कार्यकाल 2013-14 से अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल 2017-18 में घटी है। उन्होंने कहा 2013-14 में फैक्ट्री श्रमिकों की संख्या 75,273थी जो 2017-18 में घटकर 68,630 हो गई। पूर्व प्रधानमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अपनी सोच से अपने कार्यकाल में दिल्ली की शक्ल बदल डाली।