राजेश सोनी | Navpravah.com
भारत और पाकिस्तान के बीच काफी समय से रिश्ते ख़राब हैं और इन ख़राब रिश्तों का असर सरहद पर लगातार नजर आ रहा है। आए गए दिन पाकिस्तान द्वारा सीमा के रास्ते भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश की जाती है। वहीं, सीमा पर रोजाना दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के गोलीबारी में शहीद होते हैं। इन्ही सबको देखते हुए पाकिस्तान अब भारत के साथ सरहद पर कामकाजी सीमा पर तनाव कम करने के लिए और विश्वास बहाली के लिए एक डीजीएमओ स्तर की बातचीत के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
बता दें कि पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर ऐसे समय में आई, जब कल ही भारतीय सेना ने सरहद पर पाकिस्तान के 7 सैनिकों को मार गिराया था। वहीं भारतीय सेना, पाकिस्तान सेना की मदद से भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे जैश-ए-मोहम्मद के 5 आतंकियों को एनकाउंटर कर मार गिराया था। डॉन समाचार पत्र की एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कल बैठक में सीनेट की रक्षा समिति को बताया था कि डीजीएमओ की मुलाकात के एक प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। खबर के अनुसार, अधिकारी ने सीनेटरों को भारतीय संघर्षविराम उल्लंघनों की ताजा प्रवृतियों के बारे में जानकारी दी।
इस बैठक में दोनों देशों के द्वारा नियंत्रण रेखा पर इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों के कैलिबर में कमी है। पाकिस्तान और भारत के डीजीएमओ के बीच अक्सर हॉटलाइन पर संपर्क होता है, लेकिन उनके बीच आखिरी बार आमने-सामने की बैठक करीब चार वर्ष पहले बाघा बॉर्डर पर हुई थी। वहीं भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान की परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले बयान को मूर्खता पूर्ण बताया है और इस बयान की निंदा की है।