एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को टेरर फंड मुहैया कराने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। इन लोगों में आतंकी संगठन जमात-उल-दावा के प्रमुख आतंकी हाफिज सईद और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहउद्दीन का नाम शामिल हैं। एनआईए के दाखिल आरोप पत्र पर आज अदालत विचार करेगी।
बता दें कि टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार आरोपियों की छह महीने की पुलिस और न्यायिक हिरासत आज खत्म हो रही है। आतंक विरोधी कानून और गैर क़ानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत जांच कर रही एजेंसी को आरोपियों के खिलाफ छह महीने के भीतर अदालत में आरोप पत्र दाखिल करना होता है। सम्बंधित एजेंसी ऐसा करने में नाकाम रहती है, तो आरोपी जमानत के योग्य हो जाते हैं।
टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सय्यद अलीशाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह, मीरवाइज उमर फारुख के नेतृत्व वाले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता शाहिद उल इस्लाम, हुर्रियत के प्रवक्ता अयाज अकबर, अलगाववादी नईम खान, बशीर भट्ट और राजा मेहराउद्दीन को गिरफ्तार किया था। वहीं इस मामले में एनआईए ने चर्चित कारोबारी जहूर अहमद वताली को भी गिरफ्तार किया था।
यह मामला 2016 में सुरक्षा बलों के हाथों हिजबुल मुजाहदीन के आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद घाटी में हिंसक झड़पों के लिए दर्ज किया गया था। वहीं देश के मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विमुद्रीकरण के बाद देश में टेरर फंडिंग में कमी आई है और डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ा है।