एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पाकिस्तान में एक लड़की की मौत उसके रिसेप्शन के दिन हुई। मौत का कारण इतना दर्दनाक है कि सुनकर रूह तक कांप जाएगी। सुहागरात में ही लड़की के पति ने लोहे की रॉड से उसका बलात्कार किया। घटना के बाद रिसेप्शन के दिन लड़की की मौत हो गई।
अस्पताल में डॉक्टर को जब इस बारे में पता लगा, तो उसने सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट लिखे। इस पोस्ट को देखने के बाद यूज़र्स में इस रेप की घटना को लेकर उबाल देखने को मिला। आरोपी शख्स की मानसिक हालत गड़बड़ थी। पीड़िता के परिजनों ने इस वारदात की पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
फातिमा शिरीन पाकिस्तान में पेशे से डॉक्टर हैं, जब उन्होंने लड़की के पति से पोस्टमार्टम की इजाज़त मांगी, तो उसने साफ़ इनकार कर दिया। बाद में डॉक्टर ने लड़की के पिता को पोस्टमार्टम के लिए राज़ी कर लिया। 13 जनवरी को उन्होंने इस बारे में कुछ ट्वीट्स किए। लिखा, “मेरी एक मरीज की जान अधिक खून बह जाने के कारण चली गई, क्योंकि घाव बहुत गहरे थे। हमने उनके पिता को पोस्टमार्टम के लिए राजी कर लिया है। उसका शौहर मनोरोगी है, जिसने लोहे की रॉड से बलात्कार किया था।”
अगले ट्वीट में उन्होंने बताया, “सुहागरात पर बलात्कार का शिकार हुई महिला की मौत रिसेप्शन के दिन हुई थी। लोहे की रॉड से बलात्कार किए जाने के कारण उसकी जान गई। ऐसे में हम अपने बच्चों को सेक्स के बारे में क्यों जागरूक नहीं करना चाहते हैं? हमारे समाज को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।” बकौल डॉक्टर, “पुलिस में यह मामला तो दर्ज हुआ, लेकिन कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। माफ ही कर दिया होगा! आरोपी के पिता भी इस बाबत उसे माफ करने के बारे में सोच रहे थे।”
टि्वटर पर लोगों को जब इस बारे में पता लगा, तो उन्होंने भी घटना की कड़ी निंदा की। वकार क्यू नाम के हैंडल से कहा गया, “लोग सच में पागल हैं। मैं समझ नहीं पा रहा कि क्या कहूं। अभिभावक नौकरी करना सिखाते हैं, मगर इंसान बनाना नहीं सिखाते। रहम करना नहीं सिखाते।” एक अन्य अकाउंट से लिखा गया, “यह बेटों को महिलाओं की इज्जत करने के बारे में सिखाने का वक्त है। हमारा मुख्य उद्देश्य बेटियों की जिंदगी पर ध्यान देना है, लेकिन हम बेटों को कभी नहीं सिखाते कि महिलाओं की कैसे इज्जत करनी है।”
पाकिस्तान में लड़कियों को बिना बुरखे के निकलने की इज्जाज़त नहीं दी जाती है, तो क्या लड़कों को यह नहीं सिखाया जा सकता कि किस तरह से लड़कियों के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए।