दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के देवसर इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मुझे अमन दें, मैं बातचीत की कोशिश जारी रखूंगी। उनकी सरकार का एजेंडा लोगों को हिंसा के दलदल से बाहर निकालना है।
उन्होंने कहा कि मैं बातचीत की कोशिश जारी रखूंगी। करगिल-स्कारडू, जम्मू-सियालकोट, नौशेरा-झांगर आदि मार्गों को खोलने की कोशिश करूंगी। अगर शांति रहती है, तो मेरी कामना है कि दोनों तरफ के लोग उन्नति और विकास के रास्ते पर साथ चलेंगें। महबूबा ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर का देश में मॉडल राज्य के तौर पर विकास करना है। उन्होंने कहा कि करीब 10,000 युवकों पर से मामलों को वापस लेना और 61,000 दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने जैसे कई जनकल्याणकारी फैसले किए गए हैं।
महबूबा ने कहा कि युवकों को बंदूकें अब नहीं उठानी चाहिए, अन्यथा उन्हें सुरक्षाबलों की ऐसी हजारों बंदूकों का सामना करना पड़ सकता है। महबूबा ने कहा कि मैं आज आप के साथ दिल से बात करने आई हूं। कल मैं सत्ता में रहूं या न रहूं, लेकिन जबतक आप अपने बच्चों को बंदूकें छोड़ने के लिए राजी करिए, नहीं तो उन्हें सुरक्षा बलों की हजारों बंदूकों का सामना करना पड़ेगा।