पंजाब नेशनल बैंक में हुए साढ़े 11 हजार करोड़ के घोटाले की जांच अभी जारी है। वहीं दूसरी ओर कानपुर में 800 करोड़ से ज्यादा का एक और बैंकिंग घोटाला सभी के सामने आया है। यह घोटाला रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी से जुड़ा हुआ है।
बैंकों का 800 करोड़ रुपए गबन करने के आरोपी रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है। इससे पहले सीबीआई की टीम ने आज सुबह कोठारी के कानपुर स्थित आवास पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर की गई है। विक्रम कल रविवार को कानपुर की एक विवाह समारोह में दिखाई दिये थे। जब समारोह स्थल के बाहर मीडिया ने उनसे बैंकों से ऋण हासिल करने से संबंधित सवाल किये, तो वे आगे बढ़ गये।
कोठारी ने 30 सेकेण्ड का अपना वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में वे मीडिया रिपोर्टों को गलत बता रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके बैंक लोन का मामला एनसीएलटी के समक्ष विचाराधीन है और वे देश छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं। आखिर में उन्होंने ये भी बोला कि उनका भारत महान है। सूत्रों के अनुसार, कोठारी पर इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत कई सार्वजनिक बैंकों के पैसे गबन करने का आरोप है। कानपुर के कारोबारी कोठारी ने पांच सार्वजनिक बैंकों से 800 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिया था।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कोठरी ने उनके विदेश भाग जाने की आशंकाओं को आधारहीन बताया है। कोठारी ने कहा कि मैं कानपुर का वासी हूं और मैं शहर में ही रहूंगा। हाँ मुझे कारोबार के सिलसिले में विदेश यात्राएं भी करनी होती हैं। विक्रम कोठारी को नियमों को ताक पर रखकर इतना बड़ा लोन दिया गया था। अब विक्रम कोठारी की ओर से लोन अदायगी न होने से बैंक अधिकारी सकते में हैं और कानपुर के मालरोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक का दफ्तर भी काफी दिनों ने बंद पड़ा है।