New Delhi. झारखंड में चुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष को बड़ा झटका दिया है। झारखंड में विपक्ष के 6 विधायक बीजेपी का दामन थाम लिया है। इन 6 विधायकों में कांग्रेस के तीन, जेएमएम के दो और एआईएफबी का एक विधायक शामिल है। इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयंत सिन्हा समेत बीजेपी की कई नेता मौजूद रहे।
बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में जेएमएम के कुणाल सारंगी और जेपी पी भाई पटेल, कांग्रेस के सुखदेव भगत, मनोज यादव और बादल पत्रलेखा है। वहीं एआईएफबी भानु प्रताप शाही भी बीजेपी में शामिल हो गए है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जवान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भानु प्रताप जी ने पार्टी का विलय किया है। यह सूबे के लिए सुखद संदेश है। 2014 और 2019 का संदेश यह है कि देश-प्रदेश की जनता ने जातिवाद, वंशवाद व परिवारवाद की राजनीति को नकार कर विकास के प्रति जनादेश देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हम सब महसूस कर रहे हैं कि देश में अब विकास व राष्ट्रवाद की राजनीति चलेगी।
उन्होंने कहा कि BJP के राष्ट्रवाद व विकास से प्रभावित होकर प्रदेश के विकास के लिए, गरीबी को समाप्त करने के लिए, आगे ले जाने के लिए विभिन्न दलों के नेता व अधिकारी शामिल हुए हैं। ये लोग पार्टी में प्रदेश के विकास व राष्ट्र की सेवा के लिए आए हैं। BJP में शामिल हुए ये नेता खुद के लिए नहीं बल्कि राज्य को फिर से स्थायी सरकार देने के लिए आये हैं। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवाद और विकास की नीति से प्रभावित होकर आज ये लोग शामिल हुए हैं।