स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान Sourav Ganguly को बुधवार (23 अक्टूबर) को यहां आधिकारिक रूप से BCCI का अध्यक्ष चुना गया। BCCI ने ट्वीट करके गांगुली के अध्यक्ष बनने की जानकारी दी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति का 33 महीने से चला आ रहा शासन अब खत्म हो गया है। BCCI अध्यक्ष पद के लिए गांगुली का नामांकन सर्वसम्मति से हुआ है।
Sourav Ganguly के अलावा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह को सचिव नियुक्त किया गया। केरल के जयेश जॉर्ज नए संयुक्त सचिव और उत्तराखंड के महीम वमार नए उपाध्यक्ष चुने गए।
पूर्व BCCI अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल कोषाध्यक्ष बने हैं। BCCI की नई टीम की नियुक्ति के साथ ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनी गई प्रशासकों की समिति (सीओए) के 33 महीने के कार्यकाल का भी समापन हो गया।
BCCI ने ट्वीट किया, Sourav Ganguly को आधिकारिक रूप से BCCI का अध्यक्ष चुन लिया गया है।
बता दें कि Sourav Ganguly बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव और बाद में अध्यक्ष पद के अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कुछ लक्ष्य तय कर रखे हैं, जिनमें प्रशासन को ढर्रे पर लाना और प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों के वेतन में बढ़ोतरी शामिल है। हितों के टकराव’ के नियमों के बीच गांगुली के सामने चुनौती क्रिकेट सलाहकार समिति और राष्ट्रीय चयन समिति में अच्छे क्रिकेटरों को लाने की भी होगी।
BCCI के अध्यक्ष के तौर पर Sourav Ganguly का कार्यकाल सिर्फ 10 महीने के करीब का होगा। क्योंकि BCCI के नए संविधान के मुताबिक उन्हें अगले साल सितंबर में 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। इसके तहत गांगुली अगने तीन वर्षों तक BCCI के किसी भी पद पर नियुक्त नहीं हो सकेंगे। BCCI के नए नियमों के अनुसार, एक प्रशासक लगातार केवल छह साल तक ही अपनी सेवाएं दे सकता है। ऐसे मे गांगुली एक साल से थोड़ा कम समय के लिए BCCI बॉस होंगे।