अनुज हनुमत | Navpravah.com
एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को आदेश दिया है कि नकलचियों पर लगाम लगाई जाए और मुन्ना भाइयों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। वहीं दूसरी ओर सूबे के जौनपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने योगी सरकार की नींद उड़ा दी है। आपको बता दें कि छह फरवरी से शुरू होने जा रही दुनिया की सबसे बड़ी यूपी बोर्ड परीक्षा की डुप्लीकेट कॉपियां छापने का बड़ा खुलासा हुआ है।
पहली बार हुए इस तरह के खुलासे से बोर्ड अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक तबके में हड़कम्प मच गया है। पुलिस ने भारी संख्या में कापियां बरामद कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह कापियां भी बोर्ड की कापियों की तरह कोडिंग वाली हैं। पुलिस को इसके पीछे शिक्षा माफिया का हाथ लग रहा है। अब पूरे गिरोह को पकड़ने में पुलिस जुटी है।
प्राप्त सूचना के अनुसार, लाइन बाजार थाना क्षेत्र के जोगियापुर मोहल्ले में सूरज पुस्तक भंडार के नाम से दुकान है। उसी के पीछे प्रिंटिंग प्रेस है। इसी प्रेस के जरिये, सरकारी कार्यालयों में सभी प्रपत्रों की छपायी व प्रोफार्मा बनाने का कार्य होता है। वहीं क्राइम ब्रांच के प्रभारी विश्वनाथ यादव को सूचना मिली कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा में इस्तेमाल होने वाली कापियों की डुप्लीकेट छपायी की जा रही थी। ये कापियां बदलापुर स्थित एक इण्टर कालेज के लिए छापी जा रही हैं। 20 हजार रुपये में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की दो-दो हजार कापियों को छापने का ठेका हुआ था।
फिलहाल, क्राइम ब्रांच ने लाइन बाजार पुलिस के साथ शुक्रवार की सुबह 11 बजे मौके पर पहुंच कर छापेमारी की और अब तक छापी गयी एक हजार कापियों को जब्त कर लिया है। सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट इन्द्रभूषण वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश शुक्ल, प्रभारी बीएसए चन्द्रशेखर यादव मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस मालिक राम पलट मौर्य को गिरफ्तार कर लिया है और कापियों को सीज कर दिया है।
एसओ लाइन बाजार मिथिलेश मिश्र की तहरीर पर प्रिंटिंग प्रेस मालिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 66 कॉपी राइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस प्रिंटिंग प्रेस को वर्ष 2006 में भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय से चोरी किये गये स्टेशनरी सामान का उपयोग कर छपायी करने के आरोप में पकड़ा गया था। अब देखना होगा कि परीक्षाओं के शुरू होने के बाद प्रशासन नकलचियों पर कैसे लगाम लगा पाएगी। फिलहाल इस केस पर सीएम ऑफीस ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।